Call or Whatsapp at : +91 9319708247 or Email: dr.richa.katiyar@gmail.com
आई वी ऍफ़ एक ऐसी टेक्नीक है जिसकी मदद से उन दम्पतियों को गर्भ रुकातें हैं जिनको नार्मल इलाज से बच्चा नहीं हो पा रहा हो.
किन लोगों को आई वी ऍफ़ करने से फायदा होता है?
आई वी ऍफ़ अच्छे फायदे के साथ वेह सभी मरीज़ करा सकतें हैं जिनको:
१. फेलोपीँयन ट्यूब में परेशानी हो, बंद नलें, हईद्रोसल्पिन्क्स (सूजी हुई नलें), जिनकी नसबंदी हो चुकी हो.
२. बांज्पन जिसका कोई कारन पकड़ में नहीं आ रहा हो. सारे टेस्ट करने के बाद भी अगर नहीं समझ में आता कि गर्भ क्यों नहीं रुक रहा है तो आई वी ऍफ़ ही इलाज है.
३.पति में कमीं- जिन हुस्बंड्स के स्पर्म कम मात्रा में हों, धीरे चलते हों, बाहर न आते हों, कमजोर हों.
४. एन्दोमेत्रीओसिस के मरीज़
५.जिनको ३-५ बार आई यु आई करने पर भी गर्भ न रुका हो
६. ज्यादा उम्र की औरतें (३८ से ज्यादा) जिनको अपने आप गर्भ न न रुक रहा हो.
आई वी ऍफ़ का इलाज केसे होता है?
आई वी ऍफ़ के इलाज में स्त्री को रोज़ इंजेक्शन लगते हैं जिसके असर से उसके शरीर (अन्देदानी) में १० से २० अंडे बनते हैं. जब यह अंडे तैयार हो जाते हैं तो स्त्री को ३ घंटे के लिए अस्पताल में हम भर्ती करते हैं जहाँ उन्हें बेहोश करके नीचे के ही रस्ते सुई की मदद से सारे अंडे निकाल लेते हैं. इन सभी अण्डों में स्पर्म डालकर इनके अम्ब्र्यो बना लेते हैं. इन अम्ब्र्योज को ३ से ५ दिन तक हम परख नली में बड़ा करतें हैं और फिर इन्हें स्त्री की कोख में डाल देते हैं.
आई वी ऍफ़ के इलाज़ में कितना समय लगता है?
आई वी ऍफ़ का इलाज़ कई प्रकार का होता हैं. मरीज़ के मर्ज़ के हिसाब से इलाज होता है. इसमें १० दिन से लेकर 3० दिन लग जाते हैं.
आई वी ऍफ़ के इलाज में सफलता मिलने का कितना चांस होता है?
आई वी ऍफ़ के एकबार के इलाज में ४५ से लेकर ५५% गर्भ रुकने का चांस होता है. सारी दुनिया में, बेहतर से बेहतर अस्पताल में सक्सेस की यही मात्रा है.अगर हम दोनोर एग से आई वी ऍफ़ करते हैं तो सक्सेस का चांस बढ़ कर ६० से ६५% हो जाता है.
आई वी ऍफ़ कितनी बार कराया जा सकता है?
आई वी ऍफ़ बगैर सेहत को नुक्सान पहुंचाऐ कई बार कराया जा सकता है.
आई वी ऍफ़ का कितना खर्चा आता है?
आई वी ऍफ़ का खर्चा Rs 1,50,000 से लेकर Rs 2,00,000 तक आता है. मरीज़ को कितनी दवाई लगती है, उस हिसाब से खरचे का अनुमान लगता है.